Khelo India Yojna को लेकर अनुराग ठाकुर का बयान क्या था ?
खेल और युवा कार्य मंत्री, अनुराग ठाकुर ने एक घोषणा की है कि खेलो इंडिया के खिलाड़ी अब सरकारी नौकरियों के लिए पात्र होंगे। उन्होंने इसे “कर्मिक और प्रशिक्षण विभाग के साथ सलाह में, युवा कार्य और खेल मंत्रालय, ने खेलों में व्यावसायिकता के लिए पात्रता मानदंडों में प्रगतिशील संशोधन किए हैं” कहा।
यह खेलों को एक लाभकारी और व्यावसायिक करियर विकल्प बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण “एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र, घास की जड़ों पर प्रतिभा का पोषण, और खेलों को एक लाभकारी और व्यावसायिक करियर विकल्प बनाने” का हिस्सा है।
अब सरकारी नौकरियों के लिए नए पात्र होंगे खेलो इंडिया खेलों – युवा, विश्वविद्यालय, पारा, और शीतकालीन खेलों में पदक विजेता। ठाकुर ने यह भी जोड़ा कि खेलों और घटनाओं को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है ताकि विभिन्न खेलों में समावेशन सुनिश्चित हो।
Khelo India Yojna – एक नई उम्मीद
“Khelo India Yojna – एक नई उम्मीद” भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक पहल है जिसका उद्देश्य देश में खेलों की संस्कृति को बढ़ावा देना है. इसके अंतर्गत खेलो इंडिया युवा खेल प्रोग्राम, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स और खेलो इंडिया विंटर गेम्स जैसे कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं. इसका मुख्य लक्ष्य खेलों के माध्यम से समाज के सशक्तिकरण का नया दौर शुरू करना है3. इसके अंतर्गत खिलाड़ियों को उचित व्यवस्था, प्रशिक्षण, उपकरण, पोषण, चिकित्सा आदि प्रदान की जाती है. इससे भारत को एक खेल राष्ट्र में परिवर्तित करने की कोशिश की जा रही है.
सरकारी नौकरियों के लिए पात्रता
इस खंड में, Khelo India Yojna के तहत खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां मिलने की योग्यता के बारे में विस्तार से बताएं। यहां तक कि खेलो इंडिया के मेडल विजेताओं को अब सरकारी नौकरियां मिलेंगी।खेलो इंडिया के खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां मिलने की योग्यता के बारे में विस्तार से जानने के लिए, निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दें:
खेलो इंडिया के खिलाड़ियों की पात्रता:
खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने घोषणा की है कि खेलो इंडिया के खिलाड़ी अब सरकारी नौकरियों के लिए योग्य होंगे. यह घोषणा खेलों के विकास और खिलाड़ियों के करियर को बढ़ावा देने के लिए की गई है.
मेडल विजेताओं की पात्रता: खेलो इंडिया के मेडल विजेताओं को भी सरकारी नौकरियां मिलेंगी. यह उनकी प्रतिभा और मेहनत को मान्यता देने का एक तरीका है.
खेल कोटा: खेल कोटा एक अनूठा प्रावधान है जो असाधारण खेल प्रतिभा वाले व्यक्तियों को सरकारी नौकरियां सुरक्षित करने की अनुमति देता है. यह नौकरियां वित्तीय सुरक्षा, नौकरी की स्थिरता, और खेल के प्रति अपने जुनून को जारी रखने का अवसर प्रदान करती हैं.
खिलाड़ियों के लिए नई संभावनाएं
इस खंड में, इस नई घोषणा के परिणामों और खिलाड़ियों के लिए इसके संभावनाओं के बारे में चर्चा करें।खिलाड़ियों के लिए नई संभावनाएं उनके करियर को नई दिशा देती हैं और उन्हें अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती हैं। निम्नलिखित बिंदुओं में इसकी चर्चा की गई है:
खेलों में विकास: भारत ने 2023 में कई खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया, जिसमें खिलाड़ियों ने नए रिकॉर्ड बनाए और उन्होंने अपनी क्षमताओं को नई ऊचाईयों तक पहुंचाया1.
नई नीतियां और दिशा-निर्देश: केंद्र सरकार ने खिलाड़ियों की भर्ती और पदोन्नति पर मौजूदा दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है, ताकि इनमें उन प्रतियोगिताओं को भी शामिल किया जा सके जो हाल के समय में महत्वपूर्ण बन गई हैं.
खेल संस्थान: खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने और उनकी नई पौध तैयार करने के लिए जिलेभर में 34 खेल संस्थान कार्य कर रहे हैं.
खेलो इंडिया: खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रम भविष्य के खेल चैंपियनों की पहचान करने और उन्हें आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं
भारत को खेलों में एक सुपरपावर बनाने की दिशा में एक कदम
भारत में खेलों के क्षेत्र में विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलों के क्षेत्र में भारत को एक शीर्ष खेल राष्ट्र बनाने की दिशा में कई पहल की हैं1। उन्होंने खिलाड़ियों को पहचान कर उन्हें आर्थिक सहायता दी है और खेलों के प्रति एक नया माहौल तैयार किया है।
खेलों को व्यावसायिक करियर विकल्प के रूप में देखने का माहौल भी बदल रहा है। खेलों में युवाओं के आने का इंतज़ार नहीं किया जा रहा है, बल्कि खेलों को युवाओं तक ले जाया जा रहा है। यह सब भारत को खेलों में एक सुपरपावर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत ने हाल ही में टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में अपनी उपस्थिति का प्रदर्शन किया, जिसमें भारतीय दल ने सर्वाधिक पदक जीते और इतिहास में नाम दर्ज किया3। यह भारत के खेल जगत में एक नया युग की शुरुआत का संकेत देता है।